गंगा गाय महिला डेरी योजना

योजना अन्तर्गत ग्राम स्तर पर गठित दुग्ध सहकारी समितियों की 4795 महिला सदस्यों को आर्थिक रूप से स्वावलम्बी बनाने के उद्देश्य से 01 संकर नस्ल की दुधारू गाय उपलब्ध करायी जायेगी। इस हेतु उन्हें बैंक ऋण व अनुदान भी उपलब्ध करवाया जायेगा। स्वच्छ दुग्ध उत्पादन सुनिश्चित करने हेतु लाभार्थी के दुधारू पशुओं के लिए पशुशाला व पशु नांद निर्माण हेतु अनुदान राशि उपलब्ध करायी जायेगी। योजनान्तर्गत रू0 52,000 ईकाई लागत प्रस्तावित है, जिसमें से रू0 27,000 राजकीय अनुदान, रू0 20,000 बैंक ऋण तथा रू0 5,000 लाभार्थी अंश सम्मिलित है। 

योजनान्तर्गत प्रथम वर्ष 2014-15 में 366 तथा द्वितीय वर्ष 2015-16 में 1099 पशुक्रय किया गया। तृतीय वर्ष 2016-17 में 1,040 पशु क्रय किया गया है,चतुर्थ वर्ष 2017-18 में 1043 पशु क्रय किये गये एवं पंचम वर्ष 2018-19 में 711 पशु क्रय की प्रकिया गतिमान है।

Launch of Ganga Gaya Yojna

दु्ग्ध समितियों से जुड़े काश्तकारों को अब आंचल पशु आहार सस्ता मिलेगा। सरकार ने आहार की कीमत 80 रुपये प्रति कुंतल घटा दी है। गाय गंगा महिला डेयरी योजना के शुभारंभ अवसर पर सीएम त्रिवेंद्र रावत ने गुरुवार को ये घोषणा की। 

किसान भवन रिंग रोड पर उत्तराखंड सहकारी डेयरी फेडरेशन हल्द्वानी के वार्षिक सामान्य बैठक के दौरान योजना का भी शुभारंभ किया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने 16 काश्तकारों को गाय लोन के चेक और छह को अपने हाथों से गाय दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश में दुग्ध उत्पादन बढ़ाने और पलायन रोकने में इस योजना से काफी मदद मिलेगी।

कार्यक्रम के दौरान सहकारिता मंत्री डा. धनसिंह रावत ने कहा मुख्यमंत्री से दुग्ध संघ भवन बनाने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि जनवरी 2018 में मुख्यमंत्री कामधेनु डेयरी योजना की शुरूआत की जायेगी। इस अवसर पर रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ,राज्य सहकारी बैंक के अध्यक्ष दान सिंह रावत, दुग्ध फेडरेशन के अध्यक्ष राजबीर सिंह, यूसीएफ के चेयरमेन धनश्याम नौटियाल एवं दुग्ध संघ के अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।